जयपुर के हरे कृष्ण मार्ग, जगतपुरा स्थित गुप्त वृन्दावन धाम में 13 वें पाटोत्सव महोत्सव का रविवार को समापन हुआ। पांच दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन इस्कॉन बेंगलुरू के प्रेसीडेंट पद्मश्री मधु पंडित दास ने भक्तों को कृष्ण भक्ति का महत्व बताया। इस दौरान मंदिर में महाभिषेकम और महाआरती का आयोजन भी किया गया। गुप्त वृंदावन धाम मंदिर के प्रवक्ता सिद्ध स्वरूप दास ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण बलराम आज ही के दिन 13 साल पहले यहां प्रकट हुए थे। हमारे संस्थापक आचार्य स्वामी प्रभुपाद जी ने जयपुर में वृंदावन जैसा मंदिर बनाने की परिकल्पना रखी थी। उन्होंने ही सारी दुनिया में हरे कृष्ण मूवमेंट चलाया। आज भागवत गीता हर भाषा में पूरे विश्व में उपलब्ध है। वे 1972 में जयपुर आए थे और गोविंद देव जी मंदिर में ठहरे थे। इस दौरान उन्होंने यह परिकल्पना की। इसी से तेरा वर्ष पहले ठाकुर जी यहां विराजमान हुए। इसलिए प्रतिवर्ष यहां पाटोत्सव मनाया जाता है। क्योंकि भगवान इस दिन यहां प्रकट हुए, उनका जन्मदिन है। यहां भगवान श्री कृष्ण बलराम की सेवा होती है। यहां से लाखों लोगों को भोजन प्राप्त होता है। गायों की सेवा की जाती है। और भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का प्रचार होता है। इसी याद में आज हमारे अध्यक्ष मधु पंडित दास जी बेंगलुरु से आए हैं और भगवान का महाभिषेक कर रहे हैं। जयपुर गुप्त वृंदावन धाम है, तीन साल में राधा श्याम सुंदर का मंदिर बनेगा सिद्ध स्वरूप दास ने बताया कि जयपुर में वृंदावन धाम से गोविंद देव जी, गोपीनाथ जी, मदनमोहन जी, दामोदर जी, विनोदी लाल जी, माधव जी सब यहां आ गए है। तो यह एक सीधा कारण है कि जयपुर गुप्त वृंदावन है। साथ ही हमारे गुरूजी ने बोला कि जयपुर में वृंदावन जैसा मंदिर बनाना है। और जयपुर में वृंदावन के ठाकुर राधा श्यामसुंदर जी नहीं है। तो श्यामसुंदर जी बहुत जल्दी यहां पधारेंगे, 3 साल में यह मंदिर तैयार हो जाएगा। यह गुप्त वृंदावन धाम बनेगा। आज भगवान का महाभिषेकम हो रहा है। यहां 108 कलश से भगवान का अभिषेक हो रहा है। अनेक प्रकार के फल-फूलों, पंचगव्य, पंचामृत से भगवान का अभिषेक हो रहा है। हरे कृष्णा आंदोलन के भक्त सभी शहरों से यहां आए हुए हैं। अक्षय तृतीया से शुरू होता है पाटोत्सव गुप्त वृंदावन धाम के अध्यक्ष अमितासना दास ने बताया कि पाटोत्सव का शुभारंभ अक्षय तृतीया से होता है। यह उत्सव श्री कृष्ण बलराम विग्रहों की प्रतिष्ठा की स्मृति में मनाया जाता है। मंदिर में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय उत्सव में पूरे जयपुर से श्रद्धालु आते हैं। इस दौरान मंदिर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इससे पहले शुक्रवार (2 मई) को जगतपुरा फ्लाई ओवर से गुप्त वृन्दावन धाम हरे कृष्ण मार्ग तक विशाल रथ यात्रा का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने यात्रा में हिस्सा लिया।
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गुप्त वृंदावन धाम में चल रहे पाटोत्सव का समापन:पंचदिवसीय महोत्सव के आखिरी दिन 108 कलशों से भगवान श्री कृष्ण का महाभिषेकम
सोमवार, मई 05, 2025
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