इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत STQC ने सुरक्षा निगरानी उपकरणों के लिए नए मानक स्थापित किए हैं। भारत की अग्रणी सुरक्षा समाधान कंपनी CP PLUS ने इन मानकों को सफलतापूर्वक अपनाया है। STQC ने ER IoTSCS नामक एक विस्तृत मानक ढांचा तैयार किया है। यह मानक सुरक्षा निगरानी उपकरणों की साइबर सुरक्षा, टिकाऊपन और अखंडता को सुनिश्चित करता है। CP PLUS ने अपने PTZ और IPC कैमरा रेंज के लिए यह प्रमाणन प्राप्त किया है। कंपनी के STQC-प्रमाणित कैमरे देश भर में स्थापित किए गए हैं। इनमें राजस्थान के रेगिस्तान, तमिलनाडु के तटीय इलाके, दिल्ली के मेट्रो स्टेशन और पूर्वोत्तर के पुलिस थाने शामिल हैं। आधुनिक सुरक्षा कैमरे अब सिर्फ निगरानी नहीं करते। ये विश्लेषण करने, अलर्ट देने और परिस्थितियों के अनुसार स्वचालित होने में सक्षम हैं। STQC प्रमाणन भारत की साइबर और भौतिक सुरक्षा को मजबूत करता है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी निगरानी उपकरण एंड-टू-एंड सुरक्षा, पर्यावरण अनुकूलता और IoT एकीकरण के मानकों पर खरे उतरें। यह प्रमाणन स्वदेशी निर्माण को भी बढ़ावा देता है। सरकार द्वारा जारी सार्वजनिक खरीद आदेश (PPO) और BIS का अनिवार्य पंजीकरण आदेश (CRO) इस प्रक्रिया को और सुदृढ़ बनाते हैं। PPO के अंतर्गत अब सरकार केवल STQC-प्रमाणित और स्वदेशी तकनीकों को ही स्वीकार कर रही है, जबकि CRO 9 अप्रैल 2025 से देश के सामान्य बाजार के लिए भी STQC अनुपालन को अनिवार्य बनाता है। सी.पी. प्लस के प्रबंध निदेशक आदित्य खेमका ने कहा- हम मानते हैं कि तकनीक केवल उद्योग का नेतृत्व करने का माध्यम नहीं, बल्कि राष्ट्र को सशक्त बनाने का माध्यम है। STQC प्रमाणन इस बात का प्रमाण है कि हम सुरक्षा तकनीक में उत्कृष्टता की दिशा में अग्रसर हैं। भारत सरकार की यह पहल न केवल सुरक्षा के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ा रही है, बल्कि “मेक इन इंडिया” के विजन को भी साकार कर रही है। स्वदेशी उत्पादों को मान्यता मिलना और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना आज समय की मांग बन चुकी है।
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CP PLUS को मिला STQC प्रमाणन:सुरक्षा कैमरों की गुणवत्ता और विश्वसनीयता के नए मानक स्थापित
बुधवार, मई 21, 2025
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