जयपुर में बुधवार को दवा प्रतिनिधियों ने राजकीय श्रम आयुक्तालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन संयुक्त ट्रेड यूनियंस और सीटू के राष्ट्रीय आह्वान पर केंद्र सरकार की चार श्रम संहिताओं के विरोध में आयोजित किया गया था। राजस्थान मेडिकल एवं सेल्स रिप्रजेंटेटिव्ज यूनियन जयपुर के जिला सचिव टिंकू यादव ने बताया कि दवा उद्योग में दवा प्रतिनिधियों के लिए समान और वैधानिक सेवा शर्तों को लागू करने की मांग लंबे समय से लंबित है। उन्होंने केंद्र सरकार से त्रिपक्षीय समिति की बैठक बुलाकर इन शर्तों को तत्काल लागू करने की अपील की। प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई चार श्रम संहिताओं को राजस्थान राज्य में लागू न करने, सेल्स प्रमोशन एक्ट 1976 को अधिक प्रभावी बनाने, सरकारी अस्पतालों में दवा प्रतिनिधियों के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को हटाने और औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 2(s) में संशोधन कर सेल्स प्रमोशन एंप्लॉयज को 'कामगार' का दर्जा देने जैसी प्रमुख मांगें उठाई गईं। कार्यक्रम में विभिन्न यूनियंस से 1000 से अधिक सदस्य उपस्थित थे। प्रदर्शन के अंत में राष्ट्रपति के नाम राजकीय श्रम आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा गया। संयुक्त ट्रेड यूनियंस ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले समय में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
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दवा प्रतिनिधियों का श्रम आयुक्तालय पर धरना:जयपुर में संयुक्त ट्रेड यूनियन्स के साथ प्रदर्शन, ज्ञापन सौंपा
गुरुवार, नवंबर 27, 2025
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